*मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ पर उद्योगपतियो का भरोसा बढ़ा*
*इंदौर और उज्जैन संभाग में दस हजार करोड़ रूपये का निवेश आया*
लगभग एक वर्ष पूर्व दिसंबर माह में श्री कमलनाथ द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मध्य प्रदेश में उद्योगपतियों का भरोसा बढ़ा है। श्री कमलनाथ पर इस भरोसे के कारण प्रदेश में उद्योगों के लिए एक सकारात्मक माहौल बना है। मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए बने बेहतर वातावरण का असर दिखाई दे रहा है। इंदौर और उज्जैन संभाग में प्रतिष्ठित औद्योगिक संस्थानों द्वारा दस हजार करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है। मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम ने जनवरी से दिसंबर माह में अभी तक 150 हेक्टेयर ज़मीन उद्योगों को आवंटित की है। इसमें से 110 हेक्टेयर ज़मीन की रजिस्ट्री भी हो चुकी है। इनमें से 80 प्रतिशत क्षेत्र पीथमपुर का है, शेष 20 प्रतिशत क्षेत्र देवास, शाजापुर, नीमच और मेघनगर का है।
इंदौर क्षेत्र में इस ज़मीन पर लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपये का निवेश आना संभावित है। इससे लगभग 10 हज़ार से अधिक लोगों को रोज़गार भी मिलेगा। इंदौर और उज्जैन संभाग में प्रमुख रूप से जिन सस्थानों द्वारा निवेश किया जा रहा है इनमें मुख्य रूप से रालसन टायर द्वारा 1500 करोड़, सिपला द्वारा 700 करोड़, उषा श्रीराम पिस्टन द्वारा 600 करोड़, भारत फोर्ज 600 करोड़, जमुना आटो द्वारा 400 करोड़ रूपये का निवेश शमिल है। डाबर द्वारा 500 करोड़ रूपये का निवेश भी यहां प्रस्तावित है। रोज़गार मिलने में लगभग तीन साल का समय लगेगा। ज़मीन लेने वालों को तीन साल के भीतर निवेश करके प्लांट शुरू करना ज़रूरी होगा। एकेवीएन इंदौर के एमडी श्रीकुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि एकेवीएन की स्थापना से अभी तक कभी भी इतनी अधिक ज़मीन एक साल में आवंटित नहीं हुई थी। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है, जो यह सिद्ध करता है कि मध्य प्रदेश में मंदी की बात नहीं है और उद्योगों को लेकर यहाँ उत्साह का वातावरण है। श्री कुमार पुरुषोत्तम आगे कहते हैं कि शासन की कोशिशें है कि जिन्हें ज़मीन आवंटित हुई है वे तयशुदा समय में अपनी औद्योगिक इकाई प्रारंभ कर दें। इससे स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक रोज़गार मिल सकेगा।